मैं आपका परिचय इस धरती पर आज तक रहने वाले सबसे उत्कृष्ट सामरिक इंसान से करा रहा हूँ। उसका नाम सिकंदर था। एक तरह से देखें, तो सिकंदर शुरुआत में एक बड़े संगठन में कनिष्ठ मैनेजर था और वह तरक्की करते-करते ऊपर पहुँचा। सिकंदर के पिता संगठन के मुखिया थे और वे भी ज़मीनी स्तर से तरक्की करते-करते ऊपर पहुँचे थे। सिकंदर अपने पिता का बहुत बड़ा प्रशंसक था, उसने उनसे बहुत कुछ सीखा और बड़े होते समय उनके मार्गदर्शन में अध्ययन किया। सिकंदर के पास एक बड़ा संगठन बनाने के बड़े सपने और महत्वाकांक्षाएँ थीं, वह अपने पिता के संगठन से बहुत बड़ा संगठन बनाना चाहता था। मैं जिस सिकंदर की बात कर रहा हूँ, वे मैसेडॉन के सिकंदर थे, जो सिकंदर महान के नाम से मशहूर हुए। वे मानव इतिहास के पहले और चंद लोगों में से एक थे, जिन्हें उनके जीवनकाल और बाकी इतिहास में 'महान' कहा गया। जब सिकंदर की उम्र 20 साल थी, तो उनके पिता की हत्या हो गई। सिकंदर तुरंत मैसेडॉन के राजा बन गए। मैसेडोनिया उत्तरी ग्रीस का एक क़बीला था, जो आज का मैसेडोनिया है। वहाँ के लोग कठोर, जाँबाज़ और सैनिक थे। सिकंदर के पिता फिलिप के नेतृत्व में मैसेडोन
समय के पूरे प्रबंधन का सार यह तय करना है कि आप इस पल कौन सा सबसे महत्त्वपूर्ण काम कर सकते हैं, फिर उस एक काम को तुरंत शुरू करने के संसाधन व तकनीकें जुटाना होता है, ताकि आप इस पर तब तक काम कर सकें, जब तक कि यह पूरा ना हो जाए। प्राथमिकताएँ तय करने के लिए आप कई अन्य तकनीकों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 1895 में इटली के अर्थशास्त्री विल्फ्रेडो परेटो ने यह निष्कर्ष निकाला कि 80/20 का नियम हर समाज में धन, जायदाद और दौलत के संग्रह पर लागू होता है। वर्षों के शोध के बाद उन्होंने पाया कि 20 प्रतिशत व्यक्ति और परिवार, जिन्हें उन्होंने अति महत्त्वपूर्ण कुछ कहा, पूरे यूरोप की 80 प्रतिशत दौलत और जायदाद को नियंत्रित करते थे। 80/20 का नियम मानव प्रयास के लगभग सभी क्षेत्रों पर लागू होता है, ख़ासतौर पर काम और ज़िम्मेदारियों पर, यानी आपके 20 प्रतिशत काम ऐसे होते हैं, जो आपके द्वारा किए जाने वाले कामों में 80 प्रतिशत मूल्य या महत्त्व रखते हैं। पीटर ड्रकर कहते हैं कि अक्सर यह '90/10' नियम होता है। कई बार तो आपके द्वारा किए गए 10 प्रतिशत काम का मूल्य 90 प्रतिशत होता है। जब आप अपने कामों और ज़िम्मेदारि