एन्ड्रयू कारनेगी प्रख्यात अमेरिकी उद्योगपति तथा स्टील किंग अपने युग के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे। बहरहाल, स्कॉटलैंड में जन्मे कारनेगी को स्कूली शिक्षा नसीब नहीं हुई थी। तेरह वर्ष की उम्र में वे सफल होने का सपना लेकर अमेरिका आये। सबसे पहले उन्होंने पेनसिल्वेनिया में एक सूती मिल में मजदूरी की। उन्हें हर सप्ताह 1.20 डॉलर मिलते थे। कारनेगी के मन में सफलता का सपना था, इसलिये उन्होंने नई चीजें सीखने तथा नये अवसर तलाशने का निरंतर प्रयास किया। टेलीग्राफ़ी सीखने की वजह से उन्हें पेनसिल्वेनिया रेलरोड में प्राइवेट सेक्रेटरी तथा टेलीग्राफ़र की नौकरी मिल गई। उनकी लगन, सीखने की आदत तथा मेहनत की बदौलत उन्हें प्रमोशन मिलते चले गये और वे पिट्सबर्ग क्षेत्र के सुपरिंटेंडेंट बन गये। उनके मन में अपना खुद का बिज़नेस करने का सपना था, इसलिये वे पैसे बचाकर निवेश करते रहे। पुलमैन पैलेस कार कंपनी तथा तेल के क्षेत्र में उन्होंने जो निवेश किया, उससे वे इतने अमीर हो गये कि उन्होंने नौकरी छोड़कर खुद की स्टील कंपनी शुरू की। नई मशीनों तथा नई तकनीकों की बदौलत कारनेगी ने इतनी तरक्की कर ली कि वे एक के ...
एप्पल व पिक्सर के संस्थापक स्टीव जॉब्स प्रौद्योगिकी के महान नेतृत्वकर्ता थे, जिन्होंने जनसाधारण के मैकिनटोश व्यक्तिगत कंप्यूटर (पीसी) का आविष्कार किया था, फिर उसने आईपॉड नामक ऐसे क्रांतिकारी संगीत वादन उपकरण (म्यूजिक प्लेयर) की रचना की थी, जिसने विश्व संगीत उद्योग को हमेशा के लिए बदल दिया, और आईपॉड ने आईफोन के विकास का रास्ता साफ किया। जॉब्स ने आईफोन में चल दूरभाष (मोबाइल फोन) व कंप्यूटर की विशेषताओं को समाहित कर सूचना प्रौद्योगिकियों (इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी) की संपूर्ण शक्तियों को जनसाधारण की मुट्ठियों में रख दिया था। एप्पल में दोबारा वापस आने से पहले स्टीव जॉब्स ने पिक्सर एनीमेशन स्टूडियो के साथ कंप्यूटर जीव संचारण (एनिमेशन) क्षेत्र में प्रवेश किया था, और टॉय स्टोरी जैसी ऐसी उच्च गुणवत्ता की जीव संचारित कथाचित्रों (अनिमेटेड फीचर फिल्म) की रचनाए की थी, उद्योग की महारथी द वाल्ट डिजनी कंपनी ने पिक्सर को 7•4 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर अपने पाले में झटक लिया था। जॉब्स के जीवन का अंतिम नवाचार टेबलेट कंप्यूटर आईपैड था किसके माध्यम से उसने बहुत हद तक व्यक्तिगत कंप्यूटर (पीसी) की आवश्यकताओं ...