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समय का प्रबंधन आपका मूल्य तय करता है

समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है।  मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्

अतिचेतन मन की शक्ति

आपका दिमाग एक ऐसा कंप्यूटर है, जो किसी भी लक्ष्य या सवाल की प्रोग्रामिंग कर सकता है, और यह आपको ठीक समय पर सही जवाब दे सकता हैं, और हर जवाब सही साबित होगा, सच तो यह है कि आपके पास एक ऐसा कंप्यूटर मौजूद हैं, जो हर समय आपके लिए उपलब्ध हैं, इसे अतिचेतन मस्तिष्क  कह सकते हैं, यह इतिहास में खोजी गई सबसे प्रबल शक्ति हैं, और आप जब चाहे इसका उपयोग कर सकते हैं। मैंने यह बार-बार दोहराया है कि आप वही बन जाते हैं, जिसके बारे में आप ज्यादातर समय सोचते हैं, और जिसे भी आप लगातार अपने दिमाग में रखते हैं, उसे आप पा सकते हैं। अतिचेतन मस्तिष्क संबंधी ज्ञान  योगियों और गूढ़ विद्याओं के ज्ञाताओं तक ही सीमित रहा, सामान्य व्यक्ति इसे नहीं पा सकते थे, और इसे सिर्फ प्राचीन विश्व के रहस्यवादी संप्रदायों में कई बरसों के निष्ठापूर्ण अध्ययन के बाद ही सिखाया जाता था, पिछले सौ सालों में ही अतिचेतन मस्तिष्क संबंधी ज्ञान आम हुआ है, लेकिन इसके बावजूद यह सिर्फ कुछ लोगों तक ही सीमित रहा है। साइकोथेरेपी के संस्थापक सिग्मंड फ्रॉयड ने 1895 में तीन मस्तिष्को, ईगो, इड और सुपरईगो के बारे में लिखा, और उनका ज्यादातर काम अन