समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
कुछ समय पहले इंक मैगजीन ने पचास शुरुआती कंपनियों का अध्ययन किया, इनमें से आधी कंपनियों ने काम शुरू करने से पहले महीनों का समय लगाकर बिजनेस की योजना बनाई थी, बाकी आधी कंपनियां बिना विस्तृत योजनाओं के काम करने लगी थी, और सामने आने वाली घटनाओं पर सिर्फ प्रतिक्रिया करती रहती थी। दो-तीन साल बाद शोधकर्ता इन कंपनियों की सफलता और मुनाफे के स्तर का पता लगाने के लिए दोबारा वहां गए, उन्हें काफी दिलचस्प जानकारी मिली, जिन कंपनियों ने स्पष्ट, लिखित बिजनेस योजनाएं बनाकर काम शुरू किया था, जिन्होंने हर पहलू पर पूरी तरह और विस्तार से सोच विचार किया था, वे कंपनियां उन कंपनियों की तुलना में बहुत सफल और लाभदायक स्थिति में थी, जिन्होंने बिना किसी योजना के शुरुआत की थी, और रास्ते में ही सुधार किए थे। जनरल ड्रवाइट डी. आइजनहाॅवर से एक बार पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "योजनाएं बेकार थी, लेकिन योजना बनाना अनिवार्य था।" समय प्रबंधन विशेषज्ञ अलेक मैकेंजी ने कहा था, "बिना योजना बनाएं काम करना हर असफलता का कारण है।" सफल लोग लिखित योजनाएं बनाकर काम करते हैं योजना बनाने में लगाए गए एक मिनट से