समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी के पूर्व अध्यक्ष, जेक वेल्श को कारोबार की दुनिया के सबसे बेहतरीन अधिकारियों में से एक माना जाता रहा है, उनका कहना था कि नेतृत्व के लिए सबसे महत्वपूर्ण इकलौता गुण, उनके शब्दों में "वास्तविकता का सिद्धांत" है, वास्तविकता के इस सिद्धांत अनुसार, आपको दुनिया से उसी तरह से व्यवहार करना होगा, जैसी कि वह है, न कि जैसी कि आप चाहते हैं। आपको अपने और हालात के प्रति पूरी तरह से ईमानदार होना चाहिए, आपको दिनदहाड़े सपने देखना छोड़ देना चाहिए, और केवल इसलिए हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठे रहना चाहिए, कि आप कुछ करें या न करें, सब कुछ अपने आप हो जाएगा, खासतौर पर जब बात निजी संपत्ति बनाने की हो तो आपको खुद के प्रति ईमानदार होना चाहिए। अगर आप वाकई धनवान बनना चाहते हैं, तो आप अपने दिमाग के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते, आप ऐसी ख्वाहिश, उम्मीद या दुआ नहीं कर सकते कि आप कोई लॉटरी जीतकर या किसी तरह किस्मत के सहारे या किसी बाहरी चमत्कार से धनवान बन जाएंगे। कामयाबी हासिल करने में किस्मत की क्या भूमिका है, मैंने किस्मत की सोच का बरसों से अध्ययन किया है, मेरा निष्कर्ष यह है कि किस्मत शब्द का