कैलिफोर्निया में एक टीचर को हर साल पाँच-छह हजार डॉलर का वेतन मिलता था। उसने एक दुकान में एक सुंदर सफेद अर्मीन कोट देखा, जिसका भाव 8,000 डॉलर था। उसने कहा, "इतना पैसा बचाने में तो मुझे कई साल लग जाएँगे। मैं इसका ख़र्च कभी नहीं उठा सकती। ओह, मैं इसे कितना चाहती हूँ!" इन नकारात्मक अवधारणाओं से विवाह करना छोड़कर उसने सीखा कि वह अपना मनचाहा कोट, कार या कोई भी दूसरी चीज़ हासिल कर सकती है और इसके लिए उसे संसार में किसी को चोट पहुँचाने की ज़रूरत नहीं है। मैंने उससे यह कल्पना करने को कहा कि उसने कोट पहन रखा है। कि कल्पना में वह इसका सुंदर फर छुए, महसूस करे और इसे सचमुच पहनने की भावना जगाए। वह रात को सोने से पहले अपनी कल्पना की शक्ति का इस्तेमाल करने लगी। उसने अपनी कल्पना में वह कोट पहना, उसे सहलाया, उस पर हाथ फेरा, जिस तरह कि कोई बच्ची अपनी गुड़िया के साथ करती है। वह ऐसा हर रात करती रही और आख़िरकार उसे इस सबका रोमांच महसूस हो गया। वह हर रात यह काल्पनिक कोट पहनकर सोने गई और इसे हासिल करने पर वह बहुत खुश थी। तीन महीने गुज़र गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। वह डगमगाने वाली थी, लेकिन उसने खुद को य...
एडोल्फ हिटलर के माता पिता की मृत्यु के बारे में अगर हमें जानकारी होती है, तो इस किताब के द्वारा होती है, जिस किताब को हिटलर ने स्वयं लिखा था, इस किताब का नाम है, मेरा संघर्ष अर्थात MEIN KAMPF इसमें हिटलर ने अपने बारे में विस्तृत रूप से बताया है, इस किताब को हिटलर ने स्वयं लिखा था। इसमें बताया गया है, कि हिटलर के पिता की मृत्यु जब हिटलर 13 वर्ष का भी नहीं था, उस समय उसके पिता की मृत्यु हो गई थी, और 2 वर्ष पश्चात् ही उसकी माता की भी मृत्यु हो गई थी, उस समय उसकी उम्र 16 वर्ष से भी कम थी। अगर हिटलर के पिता की बात करें तो हिटलर के पिता एक गरीब और झोपड़ी में रहने वाले के पुत्र थे, उन्होंने बचपन में ही घर छोड़ दिया था, क्योंकि उन्हें कुछ बनना था, तब उनकी उम्र केवल 13 वर्ष की रही होगी, उनके गांव वालों ने हिटलर के पिता को काफी समझाया, लेकिन वे नहीं माने, और किसी नए हुनर को सीखने के लिए वियना चले गए। उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में कारीगरी की ट्रेनिंग की परीक्षा पास की, लेकिन वे उस काम से भी संतुष्ट नहीं थे, उन्हें तो एक सरकारी अधिकारी बनना था, उन्होंने इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए काफी ...