समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
अगर पैसा कमाना ही आपका लक्ष्य है, तो ध्यान रखिए कि आज जितने भी रईस हैं, सब ने शुरुआत बिना पैसे के की थी और कई तो कर्ज में डूब गए थे, आज जितने भी लोग शीर्ष पर हैं, वे कभी सबसे नीचे थे, तकरीबन हर वो शख्स जो कि आज सबसे आगे दिख रहा है, कभी सबसे पीछे था, आज का लगभग हर अमीर व्यक्ति कभी गरीब था। अमेरिका के पचास लाख से ज्यादा लखपतियों में से अधिकांश तो अपने दम पर लखपति बने, यानी कि उन्होंने खाली हाथ शुरुआत की, और अपने लक्ष्य को हासिल किया, हमारी इस दुनिया में आज अपने दम पर अरबपति और खरबपति बनने वाले लोगों की संख्या तीन सौ से भी ज्यादा है। इनमें से अधिकांश की शुरुआत बहुत कम पैसे या बिना पैसे के ही हुई थी, अपनी सोच को बदलकर उन्होंने अपने भीतर छिपी संभावनाओं का इस्तेमाल करते हुए, असाधारण वित्तीय सफलताएं हासिल की, और हर वो बात जो कि दूसरों ने की है, निश्चित ही आप भी कर सकते हैं। आपका लक्ष्य क्या है ? चार्ल्स मरे के अनुसार, जब तक आप किसी काम के प्रति पूरी तरह से समर्पित नहीं है, आप में हिचकिचाहट रहेगी, पीछे हटने की और हमेशा अप्रभावी होने की आशंका रहेगी, जहां तक पहल करने और सृजन करने की बात है, तो ए