समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
यह सब बुद्धि का खेल है कि एक व्यक्ति में 10 से अधिक प्रकार की बुद्धि होती है। बहुल बुद्धियो ( multiple intelligence ) की अवधारणा के प्रवर्तक हावर्ड यूनिवर्सिटी के डॉक्टर हावर्ड गार्डनर के अनुसार आपने कम से कम 10 अलग-अलग बुद्धिया होती हैं जिनमें से किसी एक में आप जीनियस हो सकते हैं। दुर्भाग्य से स्कूल कॉलेजों में सिर्फ दो ही बुद्धियों को नापा जाता है और उन्हीं पर ध्यान दिया जाता है शाब्दिक और गणितीय, लेकिन अन्य बुद्धिया भी होती है जैसे विजीयो स्पेसियल बुद्धि ( कला, डिजाइन ), उधमी बुद्धि ( बिज़नेस खड़ा करना ), शारीरिक या काइनेस्थेटिक बुद्धि ( खेलकूद ), सांगीतिक बुद्धि ( वाद्ययंत्र बजाना या संगीत की रचना करना ), सामाजिक बुद्धि ( दूसरों के साथ मिलकर चलना ), इंटरापर्सनल बुद्धि ( गहरे स्तर पर खुद को समझना ), सहज बुद्धि ( सही चीज करने या कहने की योग्यता ), कलात्मक बुद्धि ( कलाकृतियां बनाना ), या अमूर्त बुद्धि ( भौतिकी, विज्ञान ) । आप इनमें से किसी में भी जीनियस हो सकते हैं। जैसा कि एक सिटी स्कूल के साइन बोर्ड पर लिखा था "ईश्वर घटिया सामान नहीं बनाता।" हर इंसान में किसी न किसी क्षे