सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

एक सामान्य व्यक्ति हिटलर कैसे बना लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जो चाहे उसे पाएं!

कैलिफोर्निया में एक टीचर को हर साल पाँच-छह हजार डॉलर का वेतन मिलता था। उसने एक दुकान में एक सुंदर सफेद अर्मीन कोट देखा, जिसका भाव 8,000 डॉलर था। उसने कहा, "इतना पैसा बचाने में तो मुझे कई साल लग जाएँगे। मैं इसका ख़र्च कभी नहीं उठा सकती। ओह, मैं इसे कितना चाहती हूँ!" इन नकारात्मक अवधारणाओं से विवाह करना छोड़कर उसने सीखा कि वह अपना मनचाहा कोट, कार या कोई भी दूसरी चीज़ हासिल कर सकती है और इसके लिए उसे संसार में किसी को चोट पहुँचाने की ज़रूरत नहीं है। मैंने उससे यह कल्पना करने को कहा कि उसने कोट पहन रखा है। कि कल्पना में वह इसका सुंदर फर छुए, महसूस करे और इसे सचमुच पहनने की भावना जगाए। वह रात को सोने से पहले अपनी कल्पना की शक्ति का इस्तेमाल करने लगी। उसने अपनी कल्पना में वह कोट पहना, उसे सहलाया, उस पर हाथ फेरा, जिस तरह कि कोई बच्ची अपनी गुड़िया के साथ करती है। वह ऐसा हर रात करती रही और आख़िरकार उसे इस सबका रोमांच महसूस हो गया। वह हर रात यह काल्पनिक कोट पहनकर सोने गई और इसे हासिल करने पर वह बहुत खुश थी। तीन महीने गुज़र गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। वह डगमगाने वाली थी, लेकिन उसने खुद को य...

एक सामान्य व्यक्ति हिटलर कैसे बना पार्ट सेकंड

वियान में बिताया यह समय मेरे जीवन का सबसे अधिक उदासीनता का समय था आज भी उसकी स्मृति मुझे अत्यंत उदासीन बना देती है, फेसियन कस्बे में किस प्रकार मैंने गरीबी के पांच वर्ष बिताए, और उन पांच वर्षों में किस कठिनाई से मैं अपनी आजीविका कमाता था, यह सब बड़ा ही दुखद है।  मैं पहले दैनिक श्रमिक रूप में और फिर लघु चित्रों के निर्माता चित्रकार के रूप में जीवन जीता था, यह दोनों धंधे बहुत कम आय वाले थे, इनसे होने वाली आय से तो मेरी भूख भी पूरी तरह नहीं मिटती थी, अब मैं क्या कहूं यह भूख तो मेरे जीवन की स्थाई साथी बन गई, जिसने मुझे कभी भी नहीं छोड़ा, मेरी हर आवश्यकता के साथ जुड़ी रही, मेरे लिए पुस्तक खरीदने का अर्थ था आने वाले दिनों में भूखा रहना। फेसियन जाति के एक व्यक्ति से मेरी मित्रता हो गई, इस बेदर्द मित्र के साथ मेरा हमेशा झगड़ा रहता था, परंतु फिर भी उस दौरान इस मित्र से मैंने जितना सीखा उतना पहले कभी नहीं सीखा था, कभी वास्तुकला के अध्ययन के लिए तो कभी संगीत समारोह में जाने के लिए और फिर कभी पुस्तकें खरीदने के लिए मुझे भूखा रहना पड़ता था, इन तीनों के अतिरिक्त मुझे जीवन में और कुछ अच्छा नहीं ल...

एक सामान्य व्यक्ति हिटलर कैसे बना पार्ट फर्स्ट

यह मेरा सौभाग्य है कि भगवान ने मुझे "ब्राउनाउ ऑन द इन" में उत्पन्न किया, जर्मन आस्ट्रिया हमारी मातृभूमि महान जर्मनी को वापस मिलना ही चाहिए, मेरी इस मान्यता का आधार आर्थिक दृष्टिकोण कदापि नहीं, यदि इस पुनर्गठन से देशवासियों को आर्थिक हानि भी उठानी पड़े तो भी मैं चाहूंगा, कि यह पुनर्गठन अवश्य ही होना चाहिए, क्योंकि एक ही खून के लोगों का एक ही राइख अर्थात साम्राज्य में होना जरूरी है। इस छोटे से कस्बे में मेरे माता-पिता निवास करते थे, यह कस्बा खून से तो बवेरियन था, परंतु आस्ट्रिया राज्य के नियंत्रण में था, मेरे पिता एक असैनिक कर्मचारी थे, मेरी माता घर की देखभाल करती थी। जब हिटलर 13 वर्ष का था तब उसके पिता की मृत्यु हो चुकी थी और जब वह 16 साल का हुआ तब उसकी माता की मृत्यु हो चुकी थी हिटलर की मां एक लंबी और पीड़ादायक बीमारी का शिकार हो गई थी। गरीबी और जीवन के कठोर तथ्य ने मुझे मजबूर कर दिया, कि मैं अपने भावी जीवन तथा व्यवसाय के संबंध में शीघ्र ही कोई उपयुक्त फैसला करू, परिवार के सीमित साधन तो माता की बीमारी में लगभग समाप्त हो चुके थे, अनाथ होने के कारण मुझे मिलने वाला सरकारी भत्ता,...