समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
जब आपके विश्वास प्रबल होते हैं, तभी वे विश्वास हकीकत में बदलते हैं, हार्वर्ड के डॉक्टर विलियम जेम्स ने 1905 में कहा था, "विश्वास वास्तविक तथ्य का निर्माण करता है।" उन्होंने आगे कहा था, कि "इंसान अपने अंदरूनी नजरिए को बदल कर अपनी जिंदगी के बाहरी पहलुओं को बदल सकता है।" नेपोलियन हिल ने कहा था, "इंसान का दिमाग जो सोच सकता है, और यकीन कर सकता है, उसे वह हासिल भी कर सकता है।" आप जिंदगी में जो भी करते या हासिल करते हैं आपका हर विचार, भावना या काम आपकी आत्म अवधारणा से नियंत्रित और निर्धारित होता हैं, आपकी आत्म अवधारणा आपके कार्य प्रदर्शन और प्रभाव के स्तर से पहले आती है, और उसकी भविष्यवाणी करती है, आपकी आत्म अवधारणा आपके मानसिक कंप्यूटर का मास्टर प्रोग्राम है, यह बुनियादी ऑपरेटिंग सिस्टम है, आप बाहरी संसार में जो भी हासिल करते हैं, वह आपकी आत्म अवधारणा का ही परिणाम है। आपकी आत्म अवधारणा उन सारे विश्वासों, नजरियों, भावनाओं और रायों का महायोग है, जो आपकी अपने और संसार के बारे में होती हैं, इस वजह से आप हमेशा अपनी आत्म अवधारणा के अनुरूप ही काम करते हैं, चाहे वह स