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समय का प्रबंधन आपका मूल्य तय करता है

समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है।  मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्

हिटलर का जर्मनी के प्रति इतना लगाव क्यू

हिटलर का जन्म जर्मन ऑस्ट्रिया के एक छोटे से कस्बे "ब्राउनाउ आन द इन" में हुआ, हिटलर की विचारधारा थी कि जर्मन ऑस्ट्रिया हमारी मातृभूमि महान जर्मनी को वापस मिलना ही चाहिए, यदि इस पूर्ण गठन से देशवासियों को आर्थिक हानि भी उठानी पड़े तो भी मैं चाहूंगा कि यह पूर्ण गठन अवश्य ही होना चाहिए, क्योंकि एक ही खून के लोगों का एक ही राइख अर्थात साम्राज्य में होना जरूरी है। इस छोटे से कस्बे में मेरे माता-पिता निवास करते थे, यह कस्बा खून से तो बवेरिया था, परंतु ऑस्ट्रिया राज्य के नियंत्रण में था, मेरे पिता एक असैनिक कर्मचारी थे, मेरी माता घर की देखभाल करती थी, कुछ ही वर्षों के बाद मेरे पिता को यह सीमावर्ती कस्बा इसलिए छोड़ना पड़ा, क्योंकि उन्हें इस घाटी में स्थित पसाऊ में नया पद ग्रहण करना पड़ा था। पसाऊ में कुछ देर टिकने के बाद मेरे पिता को भी लिंज भेज दिया गया, जहां वह अनंत: सेवानिवृत्त होकर थोड़ी सी पेंशन पर रहने लगे, वास्तव में मेरे पिता एक गरीब और झोपड़ी में रहने वाले के पुत्र थे, उन्होंने निराश होकर बचपन में ही घर छोड़ दिया था, अनुभवी गांव वासियों के लाख समझाने पर भी वे नहीं माने, और कि