समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
वह कौन सी एक योग्यता है, जिसे आप द्वारा विकसित किया जा सकता है, और उत्कृष्ट अंदाज में किया जा सकता है, तो उसका आपके कैरियर पर सकारात्मक असर पड़ेगा, अगर आपको इस सवाल के जवाब को लेकर दुविधा है, तो अपने बॉस से पूछे, अपने सहकर्मियों से पूछे, अपने स्टाफ से पूछे, अपने जीवनसाथी और दोस्तों से पूछे, यह बिल्कुल अनिवार्य है कि आप इस सवाल का जवाब खोज ले, और फिर अपनी सारी ऊर्जा इस खास क्षेत्र में प्रदर्शन को बेहतर बनाने में लगा दे। व्यक्तिगत और व्यवसायिक बेहतरी के लिए यह आपका प्रमुख निश्चित उद्देश्य बन जाता है, तो इसे लिखें, और इसकी समय सीमा तय करें, योजना बनाएं, और उस पर काम करें, और फिर हर दिन इस खास योग्यता में बेहतर बनने के लिए कुछ न कुछ करें, एक बार जब आप अपने सबसे कमजोर प्रमुख परिणाम क्षेत्र में महारत हासिल कर ले, तो फिर खुद से दोबारा सवाल पूछे, अब वह कौन सी एक योग्यता है, जो मेरी सबसे ज्यादा मदद करेगी, इस सवाल का जवाब चाहे जो हो, उस योग्यता पर तब तक काम करें, जब तक कि आप उस क्षेत्र में भी माहिर न हो जाए। एक बार जब आप उस प्रमुख परिणाम क्षेत्र को तय कर लें, जहां आप सबसे ज्यादा सुधार करना चा