हर सफल व्यक्ति अपने 24 घंटों में ज़्यादा से ज़्यादा उपयोगी काम करना चाहता है। उसकी पूरी दिनचर्या ही समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग पर केंद्रित होती है। माइक मरडॉक ने कहा भी है, 'आपके भविष्य का रहस्य आपकी दिनचर्या में छिपा हुआ है।' यात्रा आपकी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज हर व्यक्ति बहुत सी यात्राएँ करता है, जिनमें उसका बहुत समय लगता है। फ़र्क़ सिर्फ़ इतना होता है कि जहाँ आम व्यक्ति यात्रा के समय में हाथ पर हाथ धरकर बैठता है, वहीं सफल व्यक्ति अपने बहुमूल्य समय का अधिकतम उपयोग करता है। इसलिए समय के सर्वश्रेष्ठ उपयोग का चौथा सिद्धांत है : यात्रा के समय का अधिकतम उपयोग करें। महात्मा गाँधी यात्रा करते समय नींद लेते थे, ताकि वे तरोताजा हो सकें। नेपोलियन जब सेना के साथ युद्ध करने जाते थे, तो रास्ते में पत्र लिखकर अपने समय का सदुपयोग करते थे। एडिसन अपने समय की बर्बादी को लेकर इतने सचेत थे कि किशोरावस्था में जब वे रेल में यात्रा करते थे, तो अपने प्रयोगों में जुटे रहते थे। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स यात्रा के दौरान मोबाइल पर ज़रूरी बातें करके इस सिद्धांत पर अमल करते हैं।
आज अमेरिका में हर बीस परिवारों में से एक लखपति हैं, इसका मतलब है कि अमेरिका में किसी के लखपति बनने की संभावना बीस में से एक की है, यानी कि पांच फीसदी, इसका मतलब यह भी है कि अगर लक्ष्य लखपति बनने का है, तो उसे हासिल नहीं कर पाने की संभावना भी पंचानवे फीसदी हैं।
अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूरी बातों को ज्यादा से ज्यादा करके आर्थिक स्वावलंबन के अपने लक्ष्य को हासिल करने की संभावनाओं को बढ़ाने का होना चाहिए, अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आप जितने ज्यादा अलग-अलग प्रयास करेंगे, उतनी ही इस बात की संभावना भी बढ़ेगी कि आप सही वक्त पर सही कदम उठाएंगे।
अगर आपने अपने लिए स्पष्ट, लिखित लक्ष्य, विस्तृत योजना बना रखी है, और आप अपनी आय को बढ़ाने के लिए जरूरी कौशल को भी हासिल करते हैं, तो अपने लिए एक बेहतर जिंदगी जीने की संभावनाओं को बढ़ा रहे हैं।
अगर आप पैसे और निवेश के बारे में जानते हैं, तो हर माह अपनी कमाई का दस से बीस फ़ीसदी अलग से रखिए, अपने खर्च पर अंकुश लगाए, और अपनी आर्थिक जिंदगी के बारे में लंबे वक्त की योजना बनाएं, अंततः आप लखपति बन जाएंगे, यह किस्मत का खेल नहीं है, यह तो केवल संभावनाओं की बात है।
कल्पना कीजिए कि आप डार्ट के एक गैर अनुभवी खिलाड़ी हैं, और आप एक अंधेरे कमरे में एक डार्टबोर्ड से कुछ दूरी पर खड़े हैं, अगर आप डार्टबोर्ड की और पर्याप्त संख्या में डार्ट फेंके, तो कुछ डार्ट तो डार्टबोर्ड में लग ही सकते हैं, और अगर आप डार्ट फेंकने का यह सिलसिला जारी रखें तो आखिरकार आपका निशाना बेहतर होने लगेगा।
संभावना के नियम के चलते आखिरकार आपका एक निशाना तो ठीक डार्टबोर्ड के बीचो-बीच बुल्स आई पर लगेगा, यह घटना इस बात को साफ कर देता है कि ऊंची आकांक्षाओ और संकल्प के साथ शुरुआत करने वाले आखिरकार कामयाब होते हैं, वे बस प्रयास करते रहते हैं और संभावनाओं के नियम के सहारे आखिरकार कामयाब हो जाते हैं, इसमें भाग्य की कोई भूमिका नहीं है, निरंतर सफल और असफल प्रयासों से वे अपना भाग्य खुद निर्धारित करते हैं।
कल्पना कीजिए कि आप डार्ट के एक मंझे हुए खिलाड़ी हैं, और आप हर रोज और बेहतर बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं, आपका दिमाग पूरी तरह से साफ है, और पूरी तरह से तैयार है, कमरे में भरपूर रोशनी हैं, और आप डार्टबोर्ड से सही दूरी पर खड़े हैं।
ऐसी परिस्थितियों में, जो कि पूरी तरह से आपके नियंत्रण में है, आपको बिल्कुल सटीक निशाना लगाने में तुलनात्मक तौर पर काफी कम वक्त लगेगा, और हां जब आपका निशाना सटीक बैठेगा, तो हर कोई आपको बताएगा कि आप कितने भाग्यशाली हैं, लेकिन आपने खुद अपना भाग्य निर्धारित किया है।
पूरी जिंदगी में, आपको हर वक्त हर क्षेत्र की उन बातों के बारे में सोचते रहना चाहिए, जो आप कर सकते हैं, ताकि उनको हासिल करने की आपकी संभावनाओं में इजाफा हो, आपको कोई भी बात केवल भाग्य के भरोसे नहीं छोड़नी चाहिए, आपको अपने से जुड़ी परिस्थितियों पर नियंत्रण स्थापित करना चाहिए, यह आपकी जिम्मेदारी है।
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जब आप अपनी सोच को बदलते हैं तो आप अपनी जिंदगी को भी बदल देते हैं।