समय का प्रबंधन दरअसल जीवन का प्रबंधन है, आपकी व्यक्तिगत उत्पादकता को बेहतर बनाने का काम आपके मूल्यों के परीक्षण से शुरू होता है। मर्फी का नियम कहता है कि कोई चीज़ करने से पहले आपको कोई दूसरी चीज़ करनी पड़ती है। समय का उचित प्रबंधन करना भी तब तक संभव नहीं है, जब तक आपको सटीकता से यही ना मालूम हो कि आपका मूल्य क्या हैं। समय के अच्छे प्रबंधन के लिए आवश्यक है कि आपका घटनाओं के क्रम पर अपना नियंत्रण आपके लिए सबसे ज़्यादा महत्त्वपूर्ण आदर्शों के सामंजस्य में हों। यदि यह आपके लिए महत्त्वपूर्ण नहीं है, तो आप अपने समय का नियंत्रण हासिल करने के लिए कभी प्रेरित और संकल्पवान महसूस नहीं करेंगे। हर इंसान को जीवन में अर्थ और उद्देश्य की गहरी ज़रूरत होती है। व्यक्तिगत तनाव और अप्रसन्नता के मुख्य कारणों में से एक यह भावना है कि आप जो कर रहे हैं, उसका आपके सबसे अंदरूनी मूल्यों और विश्वासों के संदर्भ में कोई अर्थ और उद्देश्य नहीं है। आपको हमेशा यह प्रश्न पूछकर शुरू करना चाहिए, "क्यों?" आप समय प्रबंधन की तकनीकों में ज़्यादा कार्यकुशल बन सकते है लेकिन इससे आपका कोई भला नहीं होगा, अगर आप किसी अर्
एप्पल व पिक्सर के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने व्यक्तिगत कंप्यूटर अर्थात पीसी का आविष्कार किया था, उन्होंने आईपॉड नामक ऐसे संगीत वादक अर्थात म्यूजिक प्लेयर की रचना की थी, जिसने विश्व संगीत उद्योग को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया, और आईपॉड ने आईफोन के विकास का रास्ता साफ कर दिया।
स्टीव जॉब्स ने आईफोन में मोबाइल फोन व कंप्यूटर की विशेषताओं को समाहित कर सूचना प्रौद्योगिकी की संपूर्ण शक्तियों को जनसाधारण की मुट्ठी में लाकर रख दिया, एप्पल में दोबारा वापस आने से पहले स्टीव जॉब्स ने पिक्सर एनीमेशन स्टूडियो के साथ कंप्यूटर एनिमेशन क्षेत्र में प्रवेश किया था और टॉय स्टोरी जैसी उच्च गुणवत्ता की जीवन चरित्र एनिमेटेड पिक्चर फिल्म की रचना की थी।
उद्योग जगत की महारथी द वाल्ट डिजनी कंपनी ने पिक्सर को 7.4 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर खरीदा था, स्टीव जॉब्स के जीवन का अंतिम नवाचार टेबलेट कंप्यूटर आईपेड था, जिसके माध्यम से उसने बहुत हद तक व्यक्तिगत कंप्यूटर की आवश्यकता को ही खत्म कर दिया, वास्तव में स्टीव जॉब्स आईपैड के रूप में एक ऐसे उपकरण की रचना करना चाहता था, जो विश्व की सभी प्रकार की जानकारियों के साथ अपने छोटे से पर्दे पर मस्तिष्क की प्रोसेसिंग पावर का विस्तार कर सकें।
प्रौद्योगिकी उद्योग में स्टीव जॉब्स एक ऐसा व्यक्ति था, जो अपने ही उत्पादों की हत्या करने में तनिक भी नहीं डरता था, स्टीव जॉब्स की करिश्माई नेतृत्व व निगरानी में एप्पल इतिहास के सबसे अधिक सफल कंपनियों में से गिना जाने लगा था।
स्टीव जॉब्स वर्तमान की बजाय भविष्य की आवश्यकताओं व चुनौतियों पर अपना ध्यान केंद्रित कर पाने में सक्षम व सफल था, आध्यात्मिक तीव्रता ने स्टीव जॉब्स को बिल्कुल नई प्रकार की ऐसी चीजों की कल्पना करने के लिए बनाया था, जो दूसरे लोग नहीं देख सकते थे, जब स्टीव जॉब्स किसी नए उत्पाद का शुभारंभ करता था, तो प्रौद्योगिकी समीक्षक सारी सीमाएं तोड़ कर उसकी प्रशंसा करते हुए नहीं थकते थे, और उसे सबसे पहले हासिल करने के लिए एप्पल स्टोर्स के सामने रात में उपभोक्ताओं की लंबी लंबी कतारें लगती थी, यह सब स्टीव जॉब्स का ही जादू था, जिसकी और लोग खींचे चले आते थे।
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