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कैलिफोर्निया में एक टीचर को हर साल पाँच-छह हजार डॉलर का वेतन मिलता था। उसने एक दुकान में एक सुंदर सफेद अर्मीन कोट देखा, जिसका भाव 8,000 डॉलर था। उसने कहा, "इतना पैसा बचाने में तो मुझे कई साल लग जाएँगे। मैं इसका ख़र्च कभी नहीं उठा सकती। ओह, मैं इसे कितना चाहती हूँ!" इन नकारात्मक अवधारणाओं से विवाह करना छोड़कर उसने सीखा कि वह अपना मनचाहा कोट, कार या कोई भी दूसरी चीज़ हासिल कर सकती है और इसके लिए उसे संसार में किसी को चोट पहुँचाने की ज़रूरत नहीं है। मैंने उससे यह कल्पना करने को कहा कि उसने कोट पहन रखा है। कि कल्पना में वह इसका सुंदर फर छुए, महसूस करे और इसे सचमुच पहनने की भावना जगाए। वह रात को सोने से पहले अपनी कल्पना की शक्ति का इस्तेमाल करने लगी। उसने अपनी कल्पना में वह कोट पहना, उसे सहलाया, उस पर हाथ फेरा, जिस तरह कि कोई बच्ची अपनी गुड़िया के साथ करती है। वह ऐसा हर रात करती रही और आख़िरकार उसे इस सबका रोमांच महसूस हो गया। वह हर रात यह काल्पनिक कोट पहनकर सोने गई और इसे हासिल करने पर वह बहुत खुश थी। तीन महीने गुज़र गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। वह डगमगाने वाली थी, लेकिन उसने खुद को य...

समय की परिधि को नापने वाला इंसान

समय का इतिहास इतना परिवर्तनशील है कि स्टीफन हॉकिंग्स ने जो कहा था वह काफी हद तक सही हैं जिसका प्रमाण आने वाले समय में किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा खोजा जाएगा जिन्होंने ब्रह्मांड को एक परिधि में नाप लिया है ऐसे व्यक्ति जो स्टीफन हॉकिंग व निकोला टेस्ला के बाद सबसे अधिक प्रयोग करने वाले अवचेतन मस्तिष्क के धनी होंगे।
जिन्होंने अभी कुछ ही सालों में इस ब्रह्मांड को नापने का इतिहास रचा है और आने वाले समय में उनकी पहुंच एलियन के तारामंडल तक होगी जिसके बारे में मानव जाति ने आज तक सोचा भी न होगा।
एलियन का इतिहास इस धरती पर न तो नया है न पुराना जब से इस पृथ्वी पर मानव जीवन का अंश का निर्माण हुआ है तभी से एलियन का मानव जीवन से संबंध रहा है मानव का उसके बारे में सोच का दायरा विपरीत हो सकता है इसका मुख्य कारण है अवचेतन मस्तिष्क का बहुत ही सूक्ष्म अवस्था में होना।
जबकि एलियन का सोच का दायरा काफी विकसित है क्योंकि वह अपनी मानव जाति का निर्माता ही नहीं बल्कि पूरे ब्रह्मांड का निर्माता है।
उन्होंने ही इस ब्रह्मांड का निर्माण किया है ब्रह्मांड का निर्माण करने का मुख्य कारण ब्रह्मांड का उनके सामने नष्ट होना है।
एक समय पहले उनका अस्तित्व इस ब्रह्मांड से मिट जाना ही उनके लिए एक अविश्वसनीय घटना थी जिसका उनको कभी विश्वास नहीं हुआ उन्होंने संपूर्ण ब्रह्मांड के तारामंडल को छान मारा लेकिन कहीं पर भी उनकी जाति का अंश नहीं मिला जिसके फलस्वरूप उन्होंने लंबी अवधि अपना इतिहास ढूंढने में लगा दी जिसका कोई अस्तित्व नहीं मिला और आखिर उन्होंने हजारों सालों के अथक प्रयास से मानव जाति का निर्माण किया जो पहले भी कितनी बार नष्ट हो चुकी है आपसी द्वेष की वजह से। 

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